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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :172
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2695
आईएसबीएन :0

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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन

प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा (Extension education) से आप क्या समझते है, समझाइए।

उत्तर -

विस्तार शिक्षा
(Extension Education)

विस्तार शिक्षा वह शिक्षा है जो विद्यालय अथवा किसी संस्थान की सीमाओं से दूर युवाओं तथा प्रौढ़ों को दी जाने वाली शिक्षा है। प्रसार शिक्षा मुख्य रूप से वह शिक्षा होती है जो औपचारिक शिक्षा से वंचित ग्रामीणों जैसे कृषकों, पशुपालकों, दुग्ध उत्पादकों, गृहिणियों तथा विद्यालय छोड़ने वाले बालक-बालिकाओं आदि को दी जाती है। विस्तार शिक्षा या प्रसार शिक्षा एक निरंतर चलने वाली शिक्षा होती है जिसका कोई अंत नहीं है। प्रसार शिक्षा द्वारा ग्रामीणों, अनपढ़ों एवम् बेरोजगारों को शिक्षित किया जाता है। जिसके माध्यम से वे शिक्षित हो सकें, अपनी स्थानीय परिस्थितियों में ही रहकर ज्ञानार्जन कर सकें तथा अपने स्वयं के प्रयासों से रोजगार प्राप्त कर सकें और अपना जीवनयापन कर सकें, अपने जीवन स्तर को भी ऊँचा उठाये एवं एक बेहतर जीवन जीने का प्रयास करें। प्रसार शिक्षा द्वारा बेरोजगारों को शिक्षित किया जाता है तथा उन्हें रोजगार प्राप्त करने में सहायता प्रदान की जाती है। इस प्रकार प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा वह शिक्षा होती है जो संस्थानों के बाहर प्रदान की जाती है।

प्रसार शिक्षा का अर्थ
(Meaning of Extension Education)

प्रसार शिक्षा दो शब्दों से मिलकर बना है, पहला शब्द 'प्रसार' (extension) तथा दूसरा शब्द 'शिक्षा' ( education) है। पहला शब्द प्रसार या extension शब्द लैटिन भाषा के शब्द 'Ex' तथा Tensio' से मिलकर बना है। 'Ex' का अर्थ होता है 'out' या बाहर और 'Tensio' का अर्थ है 'To Spread' फैलाना या विस्तार करना। इस प्रकार प्रसार शिक्षा से तात्पर्य यह है कि शिक्षा को संस्थानों तक ही सीमित नहीं रखना है, इसे संस्थानों की सीमाओं के बाहर भी प्रदान करना है।

प्रसार शिक्षा की परिभाषाएँ
(Definition of Extension Education)

प्रसार शिक्षा की कुछ परिभाषाएँ निम्नलिखित हैं-

डगलस ऐस्मिजर के अनुसार  - "प्रसार शिक्षा एक ऐसी शिक्षा है जिसका उद्देश्य उन व्यक्तियों की अभिव्यक्तियों तथा अभ्यास (पद्धति) में परिवर्तन लाना है, जिनके साथ कार्य किया जाना है।'

जे. पी. लिगनस के शब्दों में - "प्रसार शिक्षा एक ऐसी शिक्षा है जिसका प्रसार व्यवहार के रूप में किया जाता है अर्थात् प्रसार शिक्षा एक व्यवहारिक विज्ञान है जिसकी विषय-वस्तु क्षेत्रों के अनुभवों के माध्यम से एकत्रित शोधों (खोजों) तथा संबंधित सिद्धान्तों से उद्गमित होता है। प्रसार शिक्षा का दर्शन, सिद्धान्त, विषय-वस्तु विधियाँ तथा उपयोगीतकनीकों के विकास द्वारा विद्यालयी शिक्षा या संस्थान की शिक्षा की सीमा के बाहर के युवाओं तथा प्रौढ़ों की समस्याओं को सुलझाने के लिए केन्द्रित होती है।'

 डॉ. रंजीत सिंह के अनुसार - "प्रसार शिक्षा एक विज्ञान है जो संबंधित व्यक्तियों के व्यवहार में शैक्षणिक विधियों के माध्यम से परिवर्तन लाता है तथा अपने स्वयं के प्रयासों या मेहनत द्वारा अपने सामान्य रहन-सहन के स्तर को उँचा उठाता है या उसे ऊँचा उठाने का प्रयास करता है।"

एस. वी. सुपे के शब्दों में - "प्रसार शिक्षा ग्रामीण व्यक्तियों या लोगो की शिक्षा है, ये शिक्षा उन्हें नियमित संस्थागत विद्यालयों तथा कक्षाओं की सीमाओं से बाहर उनके सामाजिक तथा सांस्कृतिक विकास के लिए दी जाती है।'

ओ. पी. दहामा के अनुसार - "प्रसार शिक्षा एक शैक्षणिक विधि से प्रदान की जाने वाली शिक्षा है। इस शिक्षा के अन्तर्गत ग्रामीण लोगों को उनकी उन्हीं विशिष्ट स्थानीय परिस्थितियों में ही, उन्नत पद्धति के बारे में जानकारी दी जाती है तथा अच्छे प्रकार से समझा-बुझाकर निर्णय लेने में उनकी मदद की जाती है।"

ए. एडीवी रेड्डी के अनुसार - "प्रसार शिक्षा सामुदायिक विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक माध्यम या साधन है जिनके अंतर्गत अनेक तथ्यों, क्षेत्रों तथा विषय-वस्तुओं को सम्मिलित किया जाता है जिसमें कृषि सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।'

ये सभी परिभाषाएँ विस्तार शिक्षा या प्रसार शिक्षा के व्यापक अर्थ विस्तृत क्षेत्र एवम् मानव विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका तथा योगदान को प्रस्तुत करती हैं। प्रसार शिक्षा ग्रामीणों को उनकी समस्याओं को पहचानना तथा उन समस्याओं से कैसे निपटना है, ये सिखाती है। प्रसार शिक्षा ग्रामीणों को अपने लक्ष्य का निर्धारण करना भी सिखाती है। प्रसार शिक्षा के माध्यम से ग्रामीण अपनी समस्याओं को स्वयं के प्रयासों से तथा नवीन तकनीकों को अपनाकर सुलझाना सीखते हैं। इस तरह वह अपने रहन-सहन के स्तर को एवम् जीवन स्तर को उँचा उठाते हैं या जीवन स्तर को उँचा उठाने का प्रयास करते हैं। इस प्रकार प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा ग्रामीणों के जीवन को सरल एवम् आसान बनाने का प्रयास करती है। ये ग्रामीणों के जीवन में आने वाली कंठिनाइयों को समझती है तथा उन कठिनाइयों का निवारण ढूँढ़ती है या उसे खोजने का प्रयास करती है। इस प्रकार प्रसार शिक्षा ग्रामीणों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? प्रसार शिक्षा को परिभाषित कीजिए।
  2. प्रश्न- प्रसार शिक्षा की प्रमुख विशेषताएँ बताइये।
  3. प्रश्न- प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइए।
  4. प्रश्न- प्रसार शिक्षा के उद्देश्य बताइये।
  5. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा से आप क्या समझते हैं? गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का क्षेत्र समझाइये।
  6. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा के उद्देश्यों का विस्तार से वर्णन कीजिये।
  7. प्रश्न- गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा की विशेषताएँ समझाइये।
  8. प्रश्न- ग्रामीण विकास में गृह विज्ञान प्रसार शिक्षा का महत्व समझाइये।
  9. प्रश्न- प्रसार शिक्षा, शिक्षण पद्धतियों को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्वों का वर्णन करो।
  10. प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता की भूमिका तथा गुणों का वर्णन कीजिए।
  11. प्रश्न- दृश्य-श्रव्य साधन क्या हैं? प्रसार शिक्षा में दृश्य-श्रव्य साधन की भूमिका का वर्णन कीजिए।
  12. प्रश्न- सीखने और प्रशिक्षण की विधियाँ बताइए। प्रसार शिक्षण सीखने और प्रशिक्षण की कितनी विधियाँ हैं?
  13. प्रश्न- अधिगम या सीखने की प्रक्रिया में मीडिया की भूमिका बताइये।
  14. प्रश्न- अधिगम की परिभाषा देते हुए प्रसार अधिगम का महत्व बताइए।
  15. प्रश्न- प्रशिक्षण के प्रकार बताइए।
  16. प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता के प्रमुख गुण (विशेषताएँ) बताइये।
  17. प्रश्न- दृश्य-श्रव्य साधनों के उद्देश्य बताइये।
  18. प्रश्न- प्रसार शिक्षा की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
  19. प्रश्न- प्रसार शिक्षा के मूल तत्व बताओं।
  20. प्रश्न- प्रसार शिक्षा के अर्थ एवं आवश्यकता की विवेचना कीजिए।
  21. प्रश्न- श्रव्य दृश्य साधन क्या होते हैं? इनकी सीमाएँ बताइए।
  22. प्रश्न- चार्ट और पोस्टर में अन्तर बताइए।
  23. प्रश्न- शिक्षण अधिगम अथवा सीखने और प्रशिक्षण की प्रक्रिया को समझाइए।
  24. प्रश्न- सीखने की विधियाँ बताइए।
  25. प्रश्न- समेकित बाल विकास सेवा (ICDS) कार्यक्रम को विस्तार से समझाइए।
  26. प्रश्न- महिला सशक्तिकरण से आपका क्या तात्पर्य है? भारत में महिला सशक्तिकरण हेतु क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
  27. प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान की विस्तारपूर्वक विवेचना कीजिए। इस अभियान के उद्देश्यों का उल्लेख करें।
  28. प्रश्न- 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' योजना का वर्णन कीजिए।
  29. प्रश्न- उज्जवला योजना पर प्रकाश डालिए।
  30. प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का वर्णन कीजिए।
  31. प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान घर प्रकाश डालिए।
  32. प्रश्न- भारत में राष्ट्रीय विस्तारप्रणाली की रूपरेखा को विस्तारपूर्वक समझाइए।
  33. प्रश्न- स्वयं सहायता समूह पर टिप्पणी लिखिए।
  34. प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य बताइये।
  35. प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  36. प्रश्न- उज्जवला योजना के उद्देश्य बताइये।
  37. प्रश्न- नारी शक्ति पुरस्कार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  38. प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना पर प्रकाश डालिए।
  39. प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना का वर्णन कीजिए।
  40. प्रश्न- स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना पर टिप्पणी लिखिए।
  41. प्रश्न- प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना क्या है? इसके लाभ बताइए।
  42. प्रश्न- श्रीनिकेतन कार्यक्रम के लक्ष्य क्या-क्या थे? संक्षिप्त में समझाइए।
  43. प्रश्न- भारत में प्रसार शिक्षा का विस्तार किस प्रकार हुआ? संक्षिप्त में बताइए।
  44. प्रश्न- महात्मा गाँधी के रचनात्मक कार्यक्रम के लक्ष्य क्या-क्या थे?
  45. प्रश्न- सेवा (SEWA) के कार्यों पर टिप्पणी लिखिए।
  46. प्रश्न- कल्याणकारी कार्यक्रम का अर्थ बताइये। ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के लिए बनाये गए कल्याणकारी कार्यक्रमों का वर्णन कीजिए।
  47. प्रश्न- सामुदायिक विकास से आप क्या समझते हैं? सामुदायिक विकास कार्यक्रम की विशेषताएँ बताइये।
  48. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना का क्षेत्र एवं उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
  49. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम के उद्देश्यों को विस्तारपूर्वक समझाइए।
  50. प्रश्न- सामुदायिक विकास एवं प्रसार शिक्षा के अन्तर्सम्बन्ध की चर्चा कीजिए।
  51. प्रश्न- सामुदायिक विकास की विधियों को समझाइये।
  52. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यकर्त्ता की विशेषताएँ एवं कार्य समझाइये।
  53. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना संगठन को विस्तार से समझाइए।
  54. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम को परिभाषित कीजिए एवं उसके सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
  55. प्रश्न- समुदाय के प्रकार बताइए।
  56. प्रश्न- सामुदायिक विकास की विशेषताएँ बताओ।
  57. प्रश्न- सामुदायिक विकास के मूल तत्व क्या हैं?
  58. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना के अन्तर्गत ग्राम कल्याण हेतु कौन से कार्यक्रम चलाने की व्यवस्था है?
  59. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम की सफलता हेतु सुझाव दीजिए।
  60. प्रश्न- सामुदायिक विकास योजना की विशेषताएँ बताओ।
  61. प्रश्न- सामुदायिक विकास के सिद्धान्त बताओ।
  62. प्रश्न- सामुदायिक संगठन की आवश्यकता क्यों है?
  63. प्रश्न- कार्यक्रम नियोजन से आप क्या समझते हैं?
  64. प्रश्न- सामुदायिक विकास कार्यक्रम क्या है?
  65. प्रश्न- प्रसार प्रबन्धन की परिभाषा, प्रकृति, सिद्धान्त, कार्य क्षेत्र और आवश्यकता बताइए।
  66. प्रश्न- नेतृत्व क्या है? नेतृत्व की परिभाषाएँ दीजिए।
  67. प्रश्न- नेतृत्व के प्रकार बताइए। एक नेता में कौन-कौन से गुण होने चाहिए?
  68. प्रश्न- प्रबंध के कार्यों को संक्षेप में समझाइए।
  69. प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा (Extension education) से आप क्या समझते है, समझाइए।
  70. प्रश्न- प्रसार शिक्षा व प्रबंधन का सम्बन्ध बताइये।
  71. प्रश्न- विस्तार प्रबन्धन से आप क्या समझते हैं?
  72. प्रश्न- विस्तार प्रबन्धन की विशेषताओं को संक्षिप्त में समझाइए।
  73. प्रश्न- प्रसार शिक्षा या विस्तार शिक्षा की आवश्यकता क्यों पड़ती है?
  74. प्रश्न- विस्तार शिक्षा के महत्व को समझाइए।
  75. प्रश्न- विस्तार शिक्षा तथा विस्तार प्रबंध में क्या अन्तर है?

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